ऋषिकेश: टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड ने 1000 मेगावाट के टिहरी पंप स्टोरेज प्लांट (पीएसपी) की तीसरी यूनिट के जेनरेटर पिट में स्टेटर लोअरिंग को सफलतापूर्वक स्थापित कर महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। इसके साथ ही टीएचडीसी देश के पहले एरिएबल स्पीड पंप स्टोरेज प्लांट को कमीनशन करने की दिशा में कदम आगे बढ़ा चुका है।
टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के अपर महाप्रबंधक कारपोरेट संचार डा. एएन त्रिपाठी ने बताया कि बुधवार को शाम छह बजे 1000 मेगावाट टिहरी पंप स्टोरेज प्लांट (पीएसपी) की तीसरी यूनिट के जेनरेटर पिट में स्टेटर लोअरिंग (250 मेगावाट 321 टन वजनी) के कार्य को सफलतापूर्वक पूरा स्थापित किया है। इस उपलब्धि के साथ टीएचडीसी देश के पहले वेरिएबल स्पीड पंप स्टोरेज प्लांट (4X250 मेगावाट) को कमीशन करने की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ चुका है। इस अवसर पर कार्यपालक निदेशक (टिहरी कांप्लेक्स 2400 मेगावाट एवं अरुणाचल प्रदेश परियोजनाएं) एलपी जोशी के साथ टीएचडीसी व मेसर्स जीइपीआइएल के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे। डा. एएन त्रिपाठी ने बताया कि टीएचडीसी वर्तमान में 1587 मेगावाट की संस्थापित क्षमता हासिल कर चुका है। जिसमें उत्तराखंड में टिहरी बांध और एचपीपी (1000 मेगावाट), कोटेश्वर एचइपी (400 मेगावाट), गुजरात के पाटन में 50 मेगावाट और द्वारका में 63 मेगावाट की प्रवत विद्युत परियोजना, उप्र के झांसी में 24 मेगावाट की ठुकवा लघु जल विद्युत परियोजना व केरल के कासरगोड में 50 मेगावाट की सौर विद्युत परियोजनाओं की कमीशनिंग शामिल है।