देवेश सागर हरिद्वार
लक्सर: जहां दुनियां में डॉक्टरों को भगवान का दर्जा ही नही दिया गया बल्कि भगवान स्वरूप ही माना गया है। वही कुछ डॉक्टर पैसे के लालच व अपनी लापरवाही का नंगा नाच नाचने में कतई भी फ़रहेज़ नही कर रहे है। वही ऐसे अस्पताल व डॉक्टर इस पेशे को शर्मशार करने का काम कर रहे है ऐसा ही एक मामला लक्सर के एक निजी अस्पताल का सामने आया है।
आपको बतादें की लक्सर क्षेत्र के एक गांव महेशरी निवासी महिला शुभलेष पत्नी टिंकू के यहां बीते दस दिन पहले एक माशूम बच्चे ने जन्म लिया था। मगर दो दिन पूर्व अचानक से बच्चे की तबीयत खराब हो गई जिसके चलते टिंकू ने अपने बच्चे को लक्सर के एक निजी अस्पताल में भर्ती करा दिया। वही बच्चे के पिता टिंकू ने अस्पताल के डॉक्टरों पर आरोप लगातें हुए बताया कि बच्चे को भर्ती कराने के बाद भी बच्चे की तबियत में कोई सुधार देखने को नही मिला। जिसके बाद हमने डॉक्टरों से बच्चे को ट्रांसफर करने को कहां मगर डॉक्टरों ने बच्चे को ट्रांसफर करने से मना कर दिया। जिसके बाद बच्चे ने देर रात को ही दम तोड़ दिया मगर उसके बाद भी डॉक्टरों ने हमें नही बताया। सुबह इसका पता लगने पर परिजनों सहित गांव के सैंकड़ो लोग अस्पताल में पहुँचे मगर अस्पताल में कोई डॉक्टरों नज़र नही आया। जिसके बाद परिजनों ने इसकी सूचना लक्सर पुलिस को दी मौके पर पहुँची पुलिस ने ग्रामीणों को समझाया। वही लक्सर कोतवाली प्रभारी अमरजीत सिंह ने बताया कि सूचना पर लक्सर पुलिस ने मौके पर पहुच कर मामलें को शांत करा दिया है अभी तक परिजनों की तरफ से कोई तहरीर नही आई है तहरीर आने के बाद ही आगे की कार्यवाही की जाएगी।